Never Forget - 1 Patel Priya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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Never Forget - 1

सुहाना जो एक टिपिकल टाइप लड़की है उसे खुद ही नहीं पता कि वह क्या चाहती है तो चलिए उसकी कहानी स्टार्ट करते हैं.

सुहाना : विहान तुम मुझे भूल तो नहीं जाओगे ना

विहान : मैं अपने आप को भूल सकता हूं लेकिन तुम्हें कभी नहीं.(और फिर दोनों एक दूसरे की आँखों मैं देख कर खो जाते हैं विहान उसे धीरे से अपनी और खींचता हैं और kiss करने ही वाला होता हैं की सुहाना को पीछे से कोई अपनी और खींच लेता हैं.वो हड़बड़ा कर जाग जाती हैं और बिस्तर पर बैठ जाती हैं.उसकी माँ उसे कबसे जगा रही थी.

सुहाना : oh god कितना अच्छा सपना देख रही थी ये माँ भी ना मेरा अच्छा खासा सपना बिगाड़ दिया.

मम्मा : महरानी साहिबा सपने से जगे और हकीकत मैं आये सुबह के 8 बजने को आये हैं. Collage नहीं जाना क्या?

सुहाना घड़ी मे टाइम देखती हैं

सुहाना : oh god आज तो बोहोत लेट हो गयी निशा की बच्ची आज मुझे मार ही डालेगी ( कहते हुए बाथरूम मे चली जाती हैं और फटाफट तैयार हो कर collage के लिए निकल जाती हैं.

उसके घर से 2 km दूर उसकी फ़्रेंड निशा का घर आता हैं. निशा पिछले आधे घंटे से रास्ते पर खड़ी रह कर सुहाना का wait कर रही थी.थोड़ी देर मे सुहाना आ पोहोचती हैं.

सुहाना : sorry sorry आज थोड़ा सा लेट हो गया.

निशा : what क्या तुम इसे थोड़ा सा लेट होना कहती हो मे पिछले आधे घंटे से तुम्हारा wait कर रही हूँ.

सुहाना : हा बाबा कल मैं टाइम पर आजाया करुँगी पक्का.

निशा : हा ये तो तुम रोज़ कहती हो.

सुहाना : हा हा चलो अब बैठ भी जाओ तुम नाराज़ होते हुए अच्छी नहीं लगती. ( निशा मुस्कुराते हुए स्कूटी पर बैठ जाती हैं.)

Collage पोहुंचते ही बाइक पार्किंग मे रख कर वह दोनों कैंटीन की और जाती हैं.

तो चलिए पहले मे आपको सब का इंट्रोडक्शन करवाती हूँ.सुहाना हमारी स्टोरी की लीड हीरोइन जो स्टोरी मे भी हीरोइन जैसी ही खूबसूरत हैं उसकी खबसूरती की वजह से वोह collage मैं काफ़ी फेमस हैं. उसके काले लम्बे बाल उसकी खूबसूरती मे चार चाँद लगा देते हैं. Collage के काफ़ी सारे लड़के उसके बालो के दीवाने हैं.5.3 की हाईट और स्लिम फिगर किसी भी लड़के को उसकी और खींच सकता हैं. उसकी फॅमिली मैं उसकी mom नयनाबहन और एक छोटा भाई विशाल हैं. कई सालो पहले वह गुजरात के छोटे से जिले नवसारी मे रहते थे. उसके पिता की कार दुर्घटना मैं मौत हो गयी. तब से वोह लोग मुंबई सिफ्ट हो गए. अब बात करते हैं निशा की निशा पहले से ही मुंबई मे रहती थी. सुहाना और निशा स्कूल फ्रेंड्स हैं. निशा भी खूबसूरती मे किसी से काम नहीं हैं.वोह अपने mom dad की एक लोटी बेटी हैं.तो अब बात करते हैं सुहाना के सपने वाले लड़के विहान की सुहाना के collage का सबसे हैंडसम लड़का विहान जो स्पोर्ट्स मे काफ़ी फेमस हैं.तो चलिए स्टोरी को आगे बढ़ाते हैं. मैं बिच बिच सबका intro करवाती रहूंगी.

दोनों कैंटीन मे जाकर एक खाली टेबल देख कर वहां पर बैठ जाते हैं.थोड़ी ही देर मैं उसके ग्रुप के बाकि के फ्रेंड्स आ कर टेबल पर बैठ जाते हैं. उन मेसे 3 लड़के और 2 लड़किया हैं. जिस मे से एक का नाम जिया और दूसरी का नाम डोली हैं. जिया थोड़ी सीरियस type की लड़की हैं. जो कम बोलती हैं और डोली जो एक हत्ती कट्टी लड़की हैं बिना बोले रह नहीं सकती. ग्रुप मे वोह सबसे फन्नी गर्ल हैं.और 3 लड़को मे से एक का नाम मनन दुशरा पवन और राहुल हैं. वो लोग last 3 year से एक साथ हैं.

मनन : सुहाना वैसे तुम आज owsome लग रही हो.

सुहाना : oh thank you लेकिन रोज़ रोज़ तारीफ करने की कोई ज़रूरत नहीं हैं.( अपने बालो को सवारते हुए )वैसे मे हूँ ही इतनी खूबसूरत (और अपनी एक आँखों को सेतानी से नचाती हैं.)

बाकि बैठे हुए सब लोग ज़ोर ज़ोर से हसने लगते हैं.

डोली : ( समोसा खाते हुए ) वैसे मे भी किसी से कम नहीं हूँ (अपने टंमी की और इशारा करते हुए ) बस इसे अंदर रहना पसंद नहीं इसी लिए ये बार बार बाहर आजाता हैं.(सब लोग ज़ोर ज़ोर से हसने लगते हैं.पूरी कैंटीन मे उनकी ही आवाज गूंज रही हैं.)

जिया : hey सुहाना नेक्स्ट वीक हमारे collage मे फ्रेशर पार्टी हैं पता हेना.

सुहाना : ( खुश होते हुए ) हा जानती हूँ

जिया : तो तुम आ रही हो ना ?

सुहाना : ओफ़्कौर्से यार ये हमारी last fresher पार्टी हैं अगले साल से पता नहीं हम कहा कहा पर होंगे अब हमारे पास सिक्स मंथ ही हैं.

पवन : हा यार मैं collage के दिन बहोत मिस करूँगा.

सब लोग उसकी बात से हा मैं हा भरते हैं.

राहुल : सुहाना वैसे मे यह पूछना चाहता था की तुम इतनी खूबसूरत हो की किसी भी अच्छे खासे लड़के को डेट कर सकती हो.लेकिन तुम उसे विहान के पीछे क्यों भागती रहती हो.

सुहाना : अहह वोह मैं ( खींच खींचाटे हुए ) वोह बात ये हैं की...( निशा बिच मे बोलती हैं )

निशा : रुको तुम ये स्टोरी मैं सबको बताती हूँ.इसके मुहसे विहान का नाम सुन सुन कर मैं थक चुकी हूँ.इस लड़की ने मुझे पागल कर रखा हैं.मैं स्टोरी सुनती हूँ.

सब लोग खुर्सी खींच लेते हैं वोह लोग बोहोत बेताब थाई उसकी स्टोरी सुनने के लिए बेताब थे.

निशा : तो बात यह हैं की मे और सुहाना स्कूल से ही फ्रेंड्स हैं और साथ मैं ही collage आया करते थे. Collage मैं आये हमें कुछ ही दिन बीत चुके थे.मेरे और सुहाना के घर के बिच सिर्फ 2 km का ही फर्क हैं.हमारे घर जाते समय बिच मैं एक रास्ता पड़ता हैं वह रास्ता काफ़ी सुना हैं अक्षर वहां पर कुछ बदमाश लड़के बैठे रहते थे. उन मेसे एक लड़का सुहाना के पीछे पड़ गया था. वह रोज हमारे पीछे आया करता था. काफ़ी बार उसने सुहाना से डेट के लिए पूछा लेकिन सुहाना हर बार उसे बुरा भला कह कर वहां से भाग जाती थी.दिन ब दिन उसकी हरकते बिगड़ती जा रही थी.वह सुहाना के घर तक उसका पीछा करने लगा था इसी लिए हमने अपना रास्ता भी बदल दिया था और फिर एक दिन collage ख़तम होने के बाद मे और सुहाना शॉपिंग के लिए चले गए घर वापस जाते समय हमें रात हो गयी थी तभी अचानक से एक बाइक पर 2 लोग सवार होकर ज़ोर से हमारे बाजु मे से निकल गए पहले तो हमें कुछ गड़बड़ लगी फिर थोड़ी देर बाद हमने बात को नज़र अंदाज़ कर दिया तभी थोड़ी देर बाद वह फिर से आये और चालू बाइक से सुहाना का दुपट्टा खींच लिया (उस दिन सुहाना ने ब्लैक कलर का सलवार कमीज़ पेहेन रखा था. दुपट्टा खींचते ही सुहाना निचे गिर गयी दुपट्टा खींचने की वजह से उसके गले पर चोट लग गयी थी.मेने उन लोगों को पहचान लिया उन मेसे एक वोह लड़का था जो रोज़ रोज़ सुहाना के पीछे आया करता था उसका नाम मोहसिन हैं और दुशरा वाला उसका चमचा मुन्ना था.मेने मोहसिन के मुँह से कई बार उसका नाम सुना था वह उसे मुन्ना मुन्ना कह कर बुलाया करता था.मे तब बोहोत गभरा गयी थी क्या करू कुछ सूज नहीं रहा था मे फटाफट सुहाना के पास जाकर उसे खड़ी करने की कोशिश ही कर रही थी.

निशा : सुहाना चलो जल्दी उठो हमें यहाँ से जाना होगा जल्दी चलो.मुझे जल्दी से किसी को कॉल करना चाहिए (ऐसा कहते ही वह फटाफट poket से अपना फ़ोन निकल कर ओपन कर रही थी )वह दोनों बाइक से निचे उतर कर हमारी तरफ ही आ रहे थे.सुहाना बोहोत ही ज़्यादा गभरा गयी थी वह तो बस बैठी बैठी डर के मारे काँप रही थी.मे अपने फ़ोन से कॉल ही करने वाली थी तभी अचानक से मोहसिन आ जाता हैं और मुझे बालो से पकड़ कर दूर फेक देता हैं और सुहाना का हाथ पकड़ लेता हैं.

सुहाना : आहहह छोड़ो मुझे

मोहसिन : चल मेरे साथ आज तो तेरे साथ शादी मना बना कर ही रहूँगा. साली कितने दिनों से भाव कहा रही हैं. ( मुन्ना की और देखते हुए ) मुन्ना बाइक इधर लेके आ.( मुन्ना बाइक ला ने के लिए जाता हैं )

निशा बार बार मोहसिन का साथ पकड़ कर खींच रही थी और सुहाना को जाने देने के लिए कह रही थी.

निशा : मोहसिन प्लीज जाने दो सुहाना को वह तुम्हे आगे से कभी कुछ नहीं बोलेगी. ( सुहाना खुदको मोहसिन से छुड़वाने की पूरी कोशिश कर रही थी और जोर जोर से रोये जा रही थी.

निशा : नीच इंसान छोड़ दो उसे वरना मे पुलिस को बुला लुंगी.

मोहसिन : जा जाकर बुला ले जिसे बुलाना हो उसे. मे किसी से नहीं डरता समझी.तुम क्या समझती हो मे कौन हूँ यहाँ के जाने मैने बिल्डर का बेटा हूँ समझी मुझे तुम ये पुलिस की धमकी या देना बांध करो पुलिस मेरी जेब मे रहती हैं समझी.(और सुहाना को कमर से पकड़ कर अपनी और खींचता है सुहाना उसे जोर से धक्का दे देती हैं जिसकी वजह से मोहसिन निचे गिर जाता हैं गिरने की वजह से उसके हाथो मे चोट लग जाती हैं जिसकी वजह से मोहसिन को अब बोहोत ही ज़्यादा गुस्सा आ जाता हैं वह खड़ा होकर सुहाना के पास जा कर उसके बाल पकड़ कर खींच ने लगता हैं.

आगे की स्टोरी जानने के लिए बने रहे मेरे साथ Matrubharti पर.